आंतरिक शक्ति:दिमाग एक बगीचा है,जिसमे जैसा पेड़ लगाएंगे,वैसा ही फल मिलेगा। इसके संवर्धन ओर पोषण से आपको वह फल मिलेगा, जिसकी आप कल्पना भी नही कर सकते। आप अपने दिमाग मे जो डालेंगे,वही पाएंगे। उच्चतम विचार एक तरह के उत्तम बीज होते है। इसलिए नकारात्मक क्रियाकलापों व विचारों से दूर ही रहना चाहिए।सफल लोग अपने दिमाग मे विचारों की गुणवत्ता को लेकर काफी सतर्क रहते है: बिना सोचे समझे लिए गए फैसलों यानी अपने नकली व्यवहार पर लगाम लगाये।इस तरह का व्यवहार, एक तरह से आपकी ऊर्जा को बरबाद करता है तो दूसरी तरफ आपके अंदर छुपी शक्तियॉ को भी उभारने में रुकावट उत्पन्न करता है। कमजोर करने वाले विचारों को मन मे नही आने दे।ऐसे विचार आपको आगे बढ़ने से रोकते है। इसलिए सकारात्मक सोच, सकारात्मक परिणाम देती हैएक अध्ययन में पाया गया कि विचारों का असर जल, पेड़ पौधों, मनुष्य जीव जंतु सभी पर पड़ता है। नकारात्मक विचार देकर लगाया गया बीज ,जमीन में नही पनप सका ,वही सकारात्मक सोच से लगाया गया बीज एक मजबूत पौधे में परिवर्तित हो गया हालाकि दोनों की परिस्थितियों में कोई अंतर नही था।
।अपने ऊपर विश्वास रखने वाला व्यक्ति ,अपने उद्देश्य को आत्मप्रेरणा से हासिल कर लेता है,अपने विचारों को दोहराने से उदेश्य को प्राप्त करने की इकच्छाशक्ति उत्पन्न होती है। नेपोलियन हिल कहते है जो आपका मस्तिष्क सोच व विचार कर सकता है वह उसे प्राप्त भी कर सकता है। आपको अपना उद्देश्य प्राप्त करने के लिये जरूरत है तो सिर्फ एक स्पष्ट योजना की। सफलता प्राप्त करने के लिए, हर मौजूद अवसर आपका इंतजार करता है।