आनंद पूर्ण बने:अपने आप को आनंद पूर्ण बनाने के लिए तत्पर बने।यह उसी तरह सरल है जैसे आगे बढ़ना, गणना करना, झुकना ओर फिर मजबूती से खड़ा होना।अपने अंतर्निहित उद्देश्यों पर कार्य करते रहे, चाहे परिणाम कुछ भी हो,लेकिन आंनद को इसका अंग बनाये। रास्ते कितने भी टेढ़े मेढे क्यों न हो मुस्कुराना न छोड़ें जैसा आप सोचते है दुनिया हमेशा वैसा काम नही करती है। जीवन आपको कई दिशा से आश्चर्यचकित करता है और कई बार अन्य अल्प चुनोतियाँ भी प्रदान करता है: यह कभी भी उतना अच्छा नही होता जितना आप चाहते है और न ही उतना खराब जितना कि आप डरते है लेकिन वहां हमेशा उस आनद व उल्लास का स्थान होता जितना कि आप उसे देने का प्रयास करते है: कुछ बाते आपके जीवन मे किस तरह मोड़ ले रही है,उस पर नही बल्कि आपने किस रास्ते का व क्या चुनाव किया है, उस पर कभी बहुत तो कभी कम आनंद देने का प्रयास करे।
[13/03, 7:20 AM] lalitmshukla: अपने कर्तव्यों की गहराई पर ध्यान दे और फिर जीवन मे मिले स्थान का आनंद ले।जब किसी बात पर या कार्य पर अपना समय लगाए तो पहले अपने मस्तिष्क को आनद से भर ले। जब अपनी किसी कार्य मे अपनी ऊर्जा लगाए तब अपने आप से पूछे"इससे कौन सा सकारात्मक उद्देश्य पूरा होगा"आपका जीवन बहुत कीमती है इसे नकारात्मकता ,,शिकायतें करने,चिन्ता करने, असंतोष व क्रोध में व्यर्थ न करे। कभी यह बातें भी आपको सकारात्मक कार्य करवा सकती है लेकिन अधिकांश समय यह मात्र आपके समय को व्यर्थं करती है: अपने विचार, भावनाओं, व कार्यों को चुनने में उद्देश्य पूर्ण रहे। आप उन्ही बातो को चुने जिनसे दुनिया आगे बढ़ती है या उसे बढ़ाती है,यह आपके जीवन को ऊपर उठाएगा ओर आपके जीवन मे आनंद, उल्लास, आशा की किरण ले कर आएगा
[13/03, 7:37 AM] lalitmshukla: उन कामों ओर कार्यों को करने के लिए कुद पड़े जिन्हें करने का आपके पास सकारात्मक कारण है। आपके जीवन को अपने गहरे मुल्यों से अनुनादित होने दे। यह कहने कीअपनी आदतों से छुटकारा पाये की इससे कुछ अच्छा किसी के लिए नही होगा।।परिणामों से आगे देखे और अपने लिए सर्वोत्तम का चुनाव करे।
[13/03, 7:44 AM] lalitmshukla: प्रत्येक दिन हमारे लिए कुछ न कुछ अवसर महत्वपूर्ण कार्य हेतुजीने के लिए ओर कार्य के लिए,ले कर आता है। प्रत्येक पलो को सकारात्मक उद्देश्य के पूरा करने के लिये जिये ओर अवसरों को सम्रद्धऔर एक वैभवशाली जीवन के लिये उपयोग करे।