निर्णय

:में महसूस करता हूँ कि मेरे पास सही उत्तर है और आप सोचते है कि आपके पास उससे अच्छा उत्तर है। हम दोनों ही सही है। जीवन  सिर्फ वही है जो हम महसूस करते है आपका यह महसूस करना ही आपके जीवन को समृद्ध और रंगीन करता है और आपके  विचारों को अर्थ प्रदान करता है आपके विचार यह तय करते है कि आपका अनुशासन कैसा है और आपके महसूस करने को वास्तविक रूप देता है।जैसा हम सोचते है और महसूस करते है वैसा बनते जाते है सोचने का तरीका ,ओर महसूस  करने के तरीके  एक दूसरे से विपरीत  मालूम देते हहालांकि दोनों तरीके लगभग एक जैसी परिस्थिति उत्पन्न करते है।इसलिए वह एक दूसरे के इतने विरोधी नही है। क्या महसूस करने व विचारों में जो अन्तर आता उससे आप  ज्यादा असहमत होते जाते है।देखे कि क्या हम हमारे विचारों और भावनाओं में संतुलन बना कर , क्या अच्छी समझ  उत्पन्न नही कर सकतबुद्धिमत्ता ओर भावना  एक दूसरे के विरुद्ध नही रह सकती।कुछ कदम पीछे ले जाये और उन्हें समन्वय में लाये, आप अपने आप को बेहतर व्यक्ति के रूप में पाएंगे। यदि आप असफल होने से बचने के लिए पूरी ऊर्जा लगाएंगे तो आपको सिर्फ असफलता के नजदीक   पाएंगे।, जीवन के पुरुष्कार पाने के लिए आपको कुछ  चुनोतियो स्वीकार कर कुछ खतरे भी मोल लेने होअनावश्यक  जोखिम लेना  भी मूर्खतापूर्ण है लेकिन जोखिम को पूरी तरह उपेक्षित कर देना और अधिक मूर्खता पूर्ण जब आप कोई कार्यवाही करते है तो  कुछ न कुछ गलती की संभावना अवश्य होती है।लेकिन यदि आप कोई कार्य को करते ही नही है तो आपको किसी उपलब्धि की संभावना भी नही है। जब आप निर्णय लेते है तो कुछ न कुछ  संभावना आपके गलत होने की होती है लेकिन यदि आप कोई निर्णय ही नही लेंगे तो आपको कोई सही कार्य भी नही मिलेगा

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