विकल्प:यदि आपके पास बहुत विकल्प है तो किसी एक विकल्प पर अडिग व समर्पित रहना बहुत कठिन हो जाता है। अपने विकल्प को चुने ,लेकिन इतना भी नही की वह आपको उद्देश्यपूर्ण कार्य करने से रोके।बहुत सारे संसाधनों व योग्यता का का होना अच्छी बात है लेकिन यह योग्यता नष्ट हो जाएंगी यदि आप उनके प्रति जिन पर इन योग्यताओं को लागू करना है,उनके प्रति कोई अर्थपूर्ण उद्देश्य नही होगा।: आप अपने आप को उद्देश्य से कैसे जोड़ें रखेंगें? अपने प्रति ईमानदार रहकर, दूसरों के प्रति ओर पूरे जीवन के प्रति ईमानदार रहकर?
: उद्देश्य सच्चाई की अभिव्यक्ति है।जो भी आप सोचते है,बोलते है,या करते है इसमें सच्चाई का मिश्रण करे तब आप अपने दिन को उद्देश्यपूर्ण बना पाएंगे। सिर्फ अपने सफलता के औजारों को व्यवस्थित करने और सफलता की दशा बनाने के स्थान पर, उससे कुछ ज्यादा करे। वास्तविक सफलता व संतुष्टि पाने के लिये अपने प्रयासों को ईमानदारी व मान्य रूप से सशक्त करे सच्चाई को स्वीकार करे,सच्चाई का सामना करे और उसकी उपस्थिति में विनम्र रहे। और आपके पास उपलब्ध विकल्प, संसाधन, ओर योग्यता का सर्वोत्तम उपयोग करें। आप जितनी कल्पना भी नही कर सकते उतनी शक्ति शक्ति जीवन ने आपको दी है। इस शक्ति को हमेशा प्रेम व स्नेह की दिशा में केंद्रित रखे। जो भी आप काम करते है,याद रख पाते है,जो बोलते है, जो महसूस करते है,जो भी आप कल्पना कर सकते है, तब अपनी उद्देश्य की शक्तियों का ध्यान करे और अपनी उपस्थिति में जो आपने कल्पना की है, उसे साकार करे इन सभी कार्यों को ,ओर इन सभी कार्यों में प्रेम की शक्ति व जानकारी का उपयोग करे।प्रेम की शक्ति को अपना ध्येय, कारण व मार्गदर्शक बनाये आप प्रेम को परिभाषित नही कर सकते और न ही उसके अर्थ को सीमाओं में बांध सकते है ,लेकिन बिना कोई आशंका के आप जान सकते है कि कब आप इसे महसूस करते है, कब नही। उसी दिशा में जाये ,जहां आप महसूस करे कि प्रेम की शक्ति आपको ले जा रही है आपके पास जो भी है उसे सबसे उत्कृष्ट ओर सर्वोत्तम रूप में परिवर्धित करे,लेकिन प्रेम की शक्ति के साथ। क्योंकि प्रेम हर बुद्धिमत्ता ओर समझ से ऊपर है
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