जैसे जैसे हम जीवन मे प्रगति करते जाते है,तब कई ऐसे पल आते है जो हमारे जीवन और भाग्य को पुनः परिभाषित करते है।ये कुछ ऐसे पल होते है जब कुछ महत्वपूर्ण होता है और जीवन फिर पूर्व जैसा नही होता। कोरोना महामारी ने ऐसे ही जीवन शैली को परिवर्तित किया है
: कल्पना कीजिए आपने अपने जीवन मे एक महत्वपूर्ण उपाधि प्राप्त की है ओर आपका जीवन एक सफल जीवन में परिवर्तित हो गया है क्योंकि आप अपने कैरियर में सफलता की पायदान इससे चढ़ रहे है। अब आपका जीवन सूंदर ओर आनदमयी बन गया है।आपको अपने परिवार, अपने मित्रों व इस दुनिया मे भरपूर प्रशंसा व सम्मान प्राप्त हो रहा है
: चलिये अब दूसरे पक्ष को देखते है। मैं अचानक अपनी नोकरी खो चुका हूं, ओर कार्यस्थल जहाँ पर मैने जीवन का सर्वोत्तम समय, प्रयास व परिश्रम दिया ,उसने बदले में मुझे कुछ बहुत बुरा दिया था। मैं बुरी तरह टूट चुका था
ऐसा मेरे साथ कैसे हो सकता है,मेरी कंपनी मुझे जाने के लिए कह रही है? यह मेरे जीवन मे निराशाजनक व अवसादपूर्ण समय है। मेने यह दोंनो परस्पर विरोधी उदाहरण क्यों दिए है? क्योंकि इस तरह की घटनाएं हमारे जीवन मे होती रहती है और जीवन इनसे भरा पड़ा है।हार में जीत में ,प्रशंसा व अपमान में,आनंद में ओर दुख में एकसमान रहता है,यह सचमुच में एक सफल व्यक्ति की निशानी है
हम सब जानते है कि प्राचीन काल मे कई ऋषि मुनियोंव बुद्धिमान लोगो ने हर परिस्थितियों में, जीवन उन्हें चाहे जो कुछ दे, में खुश व शांतिपूर्ण रहने की कला में कुशलता हासिल कर ली थी। हम सभी लोग उस समाज मे रहते है,जहां हम नोकरी कर अपने परिवार का पोषण करते है,कुछ व्यवसाय करते है, बच्चों को स्कूल भेजते है,कई लोग सवास्थ्य संबंधी परेशानियां भी महसूस करते है, कुछ लोगों को घर परिवार व कार्यस्थल पर संबंधों को लेकर परेशानी है। इन सब के बीच हमे स्थिर,शक्तिशाली, सन्तोषी व शांतिपूर्ण रहने की आवश्यकता है
जीवन मे उतार ,चढ़ाव आते व जाते रहते है ,लेकिन हमें अपनी अंदरुनी शांति व संतोष को नही खोना है यह एक ऐसा ज्ञान है जो हमे जीवन से पाना है ,ओर वह किसी पुस्तक में नही है। आइये हम इस स्थिति को प्राप्त करे और अपने जीवन मे सकारात्मक परिवर्तन करे
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