उत्कृष्टता (Hindi)कृतज्ञता की शक्ति

 उत्कृष्टता:एक कार्य मे यदि हमे उत्कृष्टता प्राप्त हो जाती है तब यह पहचान हमे हमारे  बहुत सारे दूसरे कार्य मे भी उत्कृष्टता  प्राप्त करने में हमारी मदद करती है। कई बार संकीर्ण ध्यान आवश्यक होता है लेकिन एक बड़ा दृष्टिकोण व परिदृश्य सामने रखना आवश्यक होता है । विशेषकर जब हम टीम में काम कर  रहे होते है। जब प्रत्येक व्यक्ति अपनी कार्य छमता में सुधार कर लेता है तो उत्कृष्टता वास्तविकता बन जाती है। यदि आप एक ही कार्य मे ध्यान केंद्रित करते है तो हम पहले यह भूल जाते है कि हम यह क्यों कर रहे है यदि आप उत्कृष्टता के मार्ग में आनंद व विविधता को भूल जाते है तब न तो आप आनंद प्राप्त कर पाते है न ही उत्कृष्टता। यदि आप किसी की लगातार देखभालअपने जीवन मे  करते है,तो आगे कदम बढ़ाए ओर  इस देखभाल से मिलने वाले लाभों को विभिन्न दृष्टिकोण से देखे।
 उत्कृष्टता का मार्ग एक ऐसा मार्ग है जिसमे कई आश्चर्यजनक व आनंद दायक मार्ग परिवर्तन देखने को मिलते है।यदि आपके पिछले कुछ घंटे या सप्ताह ,योजनाओं के अनुसार नही बिता है तो इसे भी अपने लाभ के लिए उपयोग करे।आपका अनुभव अब वृहद हो चुका है और आप इससे बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैआपका जीवन न जाने कितने विभिन्न तरह के बलों से प्रभावित है, जितनी कि आप कल्पना भी नही कर सकते: इनमे से बहुत सारों को आप मान्य करते है,आभार व्यक्त करते है,प्रशंसा करते है, सम्मान देते है,ओर कही बेहतर तरीके से समझते ह विविध अनुभव  आपको शक्ति व महत्वपूर्ण प्रष्ठभूमि प्रदान करते है कि  किस अनुभव को आप अपनी बेहतरी के लिए आगे चुन सकते है । प्रत्येक तरह के स्रोत से आप प्रत्येक रूप की उत्कृष्टता  प्राप्त कर सकते है। क्या आप गहराई से देखभाल कर सकते है?  क्या इसी समय वेपरवाह  रहते है'? अपने उद्देश्यों अपनी कोशिसों अपने मूल्यों  को संरक्षित कर उनकी देखभाल करे।उन चीजों की परवाह नही करे जो आपके प्रभाव से बाहर है।इन पलों की, उनकी सुन्दरता की,उनकी संभावनाओं की,सही कार्य करने की अच्छी तरह परवाह करे।इन बातों की परवाह बिलकुल न करे कि दूसरे आपके बारे में क्या सोचते है कि आप क्या कर रहे हैअपने अंदर शांति की शक्ति अनुभव करे।इस शक्ति को अपने जीवन मे सकारात्मक परिवर्तन के लिए उपयोग करे जीवन हमेशा आपके चारों तरफ घूमता रहता  है। अपने जीवन को प्यार करे, ध्यान केंद्रित करें, प्रयासों व देखरेख को समुचित स्थान दे। जीवन की हलचलों से विचलित न हों। जो महत्वपूर्ण हो उसका ध्यान रखें। और बाकी अपना ध्यान सवयं रख लेंगे।

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